इस पुस्तक के अंतर्गत बेन्थम, हीगल, जे.एस. मिल, टी.एच. ग्रीन और कार्ल मार्क्स के विभिन्न सिद्धांतों पर प्रकाश डाला गया है। बेन्थम -एक व्यक्तिवादी, उपयोगितावादी तथा सुधारवादी विचारक था। अधिकतम व्यक्तियों का अधिकतम सुख-उसके सिद्धांतों का मूल मंत्र था। हीगल -एक आदर्शवादी विचारक था, जिसने राज्य को पृथ्वी पर ईश्वर के आगमन के रूप में देखा था। वह अपने युग का महान आदर्शवादी विचारक था, जिसने अपने सिद्धांतों से संपूर्ण जगत को प्रभावित किया है। जे.एस. मिल -बेन्थम का सच्चा शिष्य था। उसने अपने गुरु की उपयोगितावाद में आवश्यक संशोधन कर, उसके रूप को अधिक जीवंत बनाया है। उसकी पुस्तक On Liberty स्वतंत्रता पर एक अनूठा लेख है। टी.एच. ग्रीन -एक आदर्शवादी विचारक था। उसकी पुस्तक Lectures on the Principles of Political Obligation ऑक्सफोर्ड कक्षाओं में छात्रें को 1879-80 में दिए गए भाषणों का संकलन है जो राजनीतिक विचारधारा का एक अमूल्य साहित्य है। कार्ल मार्क्स -आधुनिक युग का मजदूरों और गरीबों का मसीहा था। उसकी पुस्तकें The Communist Manifesto और Das Capital समाजवाद और साम्यवाद पर क्रांतिकारी विचारों से ओत-प्रोत हैं। वह "विश्व के मजदूरो एक हो जाओ" जैसा नारा देने वाला क्रांतिकारी विचारक था।
चन्द्रदेव प्रसाद (जन्म 17-1-1940 चतरा झारखंड) एम.ए. (राजनीति एवं इतिहास) एवं पीएच. डी., जैन कालेज, आरा, गया कालेज, गया, रांची कालेज, रांची तथा मगध विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर राजनीति विभाग के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे हैं। इनका अध्यापन काल 1963 से 2000 ई. तक रहा है। आप मगध विश्वविद्यालय में डीन ऑफ सोशल साइन्स के पद पर भी कार्यरत रहे हैं। आपके निर्देशन में 19, अध्यक्ष के रूप में 51 पीएच.डी., और 2 डी. लिट डिग्रियां शोध विद्वानों को प्रदान की गयी हैं। आपके अनेक शोध लेखों और ग्रन्थों का प्रकाशन हो चुका है। आपकी गहरी पैठ राजनीतिक सिद्धांत तथा विचारधारा में है। आपकी अमूल्य कृतियाँ निम्नांकित हैंः यूनानी राजनीतिक विचारक, भारतीय स्थानीय स्वशासन, कौटिल्य, प्लेटो, अरस्तू, हॉब्स, लॉक, रूसो, मिल, ग्रीन, नागरिक शास्त्र, राजनीति विज्ञान के सिद्धान्त, तुलनात्मक राजनीति, Political Ideas of Ram Manohar Lohia, A Short Bibliography of Lohia, भारतीय संविधान तथा महान राजनीतिक विचारक।