मानवशास्त्र पर यह पुस्तक समस्त भारतीय विश्वविद्यालयों में समाजशास्त्र विषय में बी॰ए॰ एवं त्रिवर्षीय डिग्री कक्षाओं तथा एम॰ए॰ के लिये निम्नलिखित पाठ्यक्रमों के अनुसार लिखी गई है--
1. मानवशास्त्र
2. सामाजिक मानवशास्त्र
3. सांस्कृतिक मानवशास्त्र
4. तुलनात्मक समाजशास्त्र
5. भारतीय जनजातियाँ
उपरोक्त पाठ्यक्रम का वर्णन करने के लिए इस पुस्तक में आदिम सामाजिक संगठन, सामाजिक संस्थायें, सामाजिक समस्यायें और कल्याण के साथ-साथ भारत में विभिन्न क्षेत्रें की जनजातियों के जीवन का विस्तृत वर्णन किया गया है। भारतीय जनजातियों के विवरण के साथ-साथ इसमें विश्व के अन्य देशों की जनजातियों के सामाजिक जीवन के उदाहरण भी दिये गए हैं। जिससे पाठक को समस्त आदिम सामाजिक जीवन, सामाजिक संगठन और सामाजिक समस्याओं को समझने में सहायता मिले। पुस्तक के अन्त में भारतवर्ष में जनजातीय कल्याण के सरकारी एवं गैर सरकारी प्रयासों का भी वर्णन किया गया है। प्रत्येक अध्याय के अन्त में विश्वविद्यालय परीक्षाओं में उपरोक्त प्रश्नपत्रें में पूछे गए चुने हुए प्रश्नों से विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने में सहायता मिलेगी।