प्रस्तुत पुस्तक लोक प्रशासन में सम्बन्धित विषय का व्यापक, गहन एवं विश्लेषणात्मक अध्ययन किया गया है। यह पुस्तक भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा निर्धारित स्नातक एवं स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रख कर लिखी गई है। विशेषकर, इस पुस्तक के माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग तथा विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्रतियोगियों को प्रमाणिक एवं स्तरीय पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने का यह एक सार्थक सफल प्रयास है। इस पुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्न हैं-- लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा के अनुरूप विषय का विस्तृत एवं सम्पूर्ण विवरण; संघ लोक सेवा आयोग द्वारा विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों के तुलनात्मक अध्ययन एवं विश्लेषण; प्रत्येक अध्याय के लिए अवधारणात्मक एवं तथ्यात्मक जानकारी के साथ ही अन्त में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की सूची; तथ्यात्मक जानकारी की रेखाचित्र एवं बॉक्स के माध्यम से प्रस्तुतीकरण; विगत वर्षों के प्रश्नों का हल सहित विवरण। यह पुस्तक विश्वविद्यालय के छात्रों एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षार्थियों के अतिरिक्त लोक प्रशासन में रुचि रखने वाले सामान्य पाठकों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों के लिए भी समान रूप से उपयोगी सिद्ध होगी।
डॉ. रामनाथ शर्मा, एम.ए., डी.फिल., डी.लिट. अनेक दशकों तक विश्वविद्यालय स्तर पर अध्यापन, अनुसंधान एवं शोध निर्देशन में संलग्न रहे हैं। प्रधान सम्पादक Research Journal of Philosophy and Social Sciences, निदेशक श्री अरविन्द शोध संस्थान, डॉ. शर्मा एक दशक तक उत्तर प्रदेश दर्शन परिषद के अध्यक्ष रहे हैं। एक सौ से अधिक पुस्तकों एवं इतने ही शोध पत्रें के लेखक डॉ. शर्मा के निर्देशन में दो दर्जन से अधिक विद्वानों ने पी-एच.डी. उपाधि प्राप्त की है। डॉ. राजेन्द्र कुमार शर्मा, एम.ए., एम.फिल., पी-एच.डी. पिछले एक दशक से विश्वविद्यालय स्तर पर अध्यापन एवं लेखन में संलग्न रहे हैं। हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम से आपकी दर्जनों पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं