साहित्य निबंधावली (Sahitya Nibandhavali)
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किताब के बारे मे: साहित्य निबंधावली राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित निबंधों का संग्रह हैए जिसमें साहित्यए संस्कृतिए और समाज पर उनके विचार प्रस्तुत किए गए हैं। इस पुस्तक में सांकृत्यायन ने साहित्य की महत्ताए उसकी भूमिका और साहित्यकारों की जिम्मेदारियों पर गहरी सोच और विवेचना की है। उन्होंने भारतीय और पश्चिमी साहित्य की तुलना करते हुए साहित्य के विकास की दिशा पर भी विचार किया है। इस संग्रह में सांकृत्यायन ने न केवल साहित्य की विभिन्न धाराओं को समझायाए बल्कि समाज में साहित्य के प्रभाव और उसकी भूमिका को भी स्पष्ट किया है। यह पुस्तक साहित्य प्रेमियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
लेखक के बारे में: राहुल सांकृत्यायन (1893-1963) हिंदी साहित्य के महान लेखक और बहु भाषा विद थे जिन्हें महा पंडित की उपाधि प्राप्त थी। उन्होंने यात्रा साहित्यए बौद्ध धर्म और विश्व-दर्शन पर महत्वपूर्ण कार्य किए। उनका सबसे प्रसिद्ध योगदान हिंदी यात्रा वृत्तांतऔर बौद्धधर्म पर गहन शोध है।उन्होंने तिब्बत, श्रीलंका, मध्य-एशिया और रूस सहित कई देशों की यात्राएं कीऔर उन अनुभवोंकोअपनी कृतियों में संजोया।उनकी प्रमुख कृतियाँ जैसे वोल्गासेगंगा, मेरी जीवन यात्रा और यूरोप यात्रा साहित्यि कदृष्टि से अमूल्य हैं। सांकृत्यायन का कार्य सामाजिक धार्मिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण रहा।