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Lok Prashaasan: Sangh Lok Seva Aayog Ewam Rajya Lok Seva Aayog

by Dwarka Prasad Saawle
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Book cover type: Paperback
  • ISBN13: 9788126906536
  • Binding: Paperback
  • Subject: Politics and Current Affairs
  • Publisher: Atlantic Publishers & Distributors (P) Ltd
  • Publisher Imprint: Atlantic
  • Publication Date:
  • Pages: 816
  • Original Price: INR 395.0
  • Language: Hindi
  • Edition: N/A
  • Item Weight: 840 grams
  • BISAC Subject(s): N/A

प्रस्तुत पुस्तक लोक प्रशासन में सम्बन्धित विषय का व्यापक, गहन एवं विश्लेषणात्मक अध्ययन किया गया है। यह पुस्तक भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा निर्धारित स्नातक एवं स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रख कर लिखी गई है। विशेषकर, इस पुस्तक के माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग तथा विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्रतियोगियों को प्रमाणिक एवं स्तरीय पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने का यह एक सार्थक सफल प्रयास है। इस पुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ निम्न हैं-- लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा के अनुरूप विषय का विस्तृत एवं सम्पूर्ण विवरण; संघ लोक सेवा आयोग द्वारा विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों के तुलनात्मक अध्ययन एवं विश्लेषण; प्रत्येक अध्याय के लिए अवधारणात्मक एवं तथ्यात्मक जानकारी के साथ ही अन्त में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की सूची; तथ्यात्मक जानकारी की रेखाचित्र एवं बॉक्स के माध्यम से प्रस्तुतीकरण; विगत वर्षों के प्रश्नों का हल सहित विवरण। यह पुस्तक विश्वविद्यालय के छात्रों एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षार्थियों के अतिरिक्त लोक प्रशासन में रुचि रखने वाले सामान्य पाठकों, शोधार्थियों एवं शिक्षकों के लिए भी समान रूप से उपयोगी सिद्ध होगी।

द्वारका प्रसाद सावले अन्तर्राष्ट्रीय अध्ययन संस्थान (एस.आई.एस.), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में शोध सहायक रहे हैं। ये मध्य प्रदेश प्रशासन के अन्तर्गत शिक्षक भी रह चुके हैं। ये संघ लोक सेवा आयोग तथा राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने वाले प्रतियोगियों के सम्बन्धित विषय की तैयारी में भी सक्रिय रहे हैं।

खण्ड-1

1. लोक प्रशासन का अर्थ एवं क्षेत्र

लोक प्रशासन की परिभाषा, प्रवृत्ति, क्षेत्र, महत्व, आधुनिक समाज में लोक प्रशासन की बढ़ती भूमिका के कारण, लोकतंत्र एवं लोक कल्याणकारी राज्य में लोक प्रशासन की भूमिका, विकासशील देशों में लोक प्रशासन, लोक प्रशासन का विकास; ऐतिहासिक एवं संस्थागत विकास, अमेरिका, इंग्लैंड एवं भारत में, लोक प्रशासन का विकास एक अनुशासन वेफ रूप में, वुड्रो विल्सन, राजनीति और प्रशासन, विष का वर्तमान स्वरूप, लोक और निजी प्रशासन, विकास प्रशासन और परम्परागत प्रशासन, तुलनात्मक लोक प्रशासन, ऋग्वेद कायोगदान तथा ऋग्वेद वेफ आदर्श मॉडल एवं संशोधित नया समाश्री मॉडल, नवीन लोक प्रशासन, राज्य बनाम बाजार चर्चा, आस्ट्रेलिया का लोकतांत्रिक प्रशासन का प्रतिमान, सार्वजनिक वर्णन उपागम का प्रभाव एवं मूल्यांकन, नव लोक प्रबंधन की विशेषताएं एवं बौद्धिक प्रतिक्रिया, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

2. संगठन से संबंधित मूल अवधारणा तथा सिद्धांत

संगठन की आवश्यकता, अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, कार्य, आधार, पदस्थान, नियंत्रण का विस्तार, वेफन्द्रीयकरण और विवेफन्द्रीयकरण, प्राधिकार, उत्तरदायित्व, प्रत्यायोजन, औपचारिक और अनौपचारिक संगठन, पारस्परिक संबंध, प्रभावशीलता, खुले और बंद प्रतिमान, संगठन संबंधी विचारधारा, संगठन के प्रकार एवं विशेषताएं, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

3. प्रशासनिक सिद्धांत

टेलर एवं वैज्ञानिक प्रबंध आन्दोलन, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, टेलर कायोगदान, वैज्ञानिक प्रबंध की अवधारणा एवं सिद्धांत तथा अन्य योगदान एवं आलोचना, नौकरशाही विचारधारा-उद्भव, विकास, कार्ल मार्क्स, रॉबर्ट मिचेल, गिटानो मोस्का के विचार एवं मैक्स वेबर का अधिकारितंत्र का आदर्श प्रतिमान, सत्ता नौकरशाही की विशेषताएं एवं समीक्षा, मानव संबंध विचारमार्गकारक मेयो कायोगदान, अनुविचारक, समीक्षा, पारंपरिक और मानवी सिद्धांतों की तुलना, प्रबंध विज्ञान में मेयो एवं टेलर कायोगदान, टेलर और पेटर तथा परम्परागत प्रबंध एवं वैज्ञानिक प्रबंध, व्यवहारिक उपागम, चेस्टर बर्नार्ड एवं अनुविद्वान, व्यवहारवादियों का लोक प्रशासन में योगदान, मानव संबंधवाद और व्यवहारवाद, व्यवस्था उपागम-विकास, आयाम, विशेषताएं, सीमाएं, प्रशासनिक क्षेत्र में व्यवस्था उपागम की प्रासंगिकता, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

4. प्रशासनिक व्यवहार

निर्णय-निर्माण, अर्थ, परिभाषा, लक्षण, तत्व, प्रक्रिया, प्रकार, समस्या एवं पूर्वाग्रह, हर्बर्ट-साइमन का व्यवहार-विकल्प प्रतिमान, कंप्यूटर और निर्णय-निर्माण, आलोचना, प्रतिमान, नेतृत्व-आवश्यकता, अर्थ, परिभाषा, प्रवृत्ति, शैलियाँ, कार्य गुण एवं उपागम, अभिप्रेरणा-अर्थ, परिभाषा, कारक, विचारधाराएं, परम्परागत एवं आधुनिक आधुनिक विचारधाराएं, मैस्लो का आवश्यकता सोपान सिद्धांत, डगलस मैकग्रेगर एवं लिकर्ट सिद्धांत तथा स्वेफलनयोजनाध, व्रिफस-आर्गिरिस औपचारिक संगठन, व्यक्ति और समूह अनुवादन, मानवी आवश्यकताएं, नेतृत्व, संगठनात्मक रणनीति, टी ग्रुप प्रशिक्षण एवं आलोचनाध, हर्जबर्ग द्विकारक सिद्धांत, कार्य-समृद्धिकरण एवं आलोचनाध, रेन्सिस लिकर्ट पर्यवेक्षक शैली, लिंविंफग पिन मॉडल, प्रबंधन व्यवस्था एवं समीक्षाध, उपागम तालिका, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

5. उत्तरदायित्व तथा नियंत्रण

भूमिका, प्रशासन पर विधायी, कार्यकारी एवं न्यायिक नियंत्रण, सरकार वेफ विरुद्ध न्यायिक नियंत्रण की सीमाएं, प्रशासन पर जन-नियंत्रण, निवारण की मशीनरी, ओम्बडसमैन, ब्रिटेन में संसदी आयुक्त, प्रशासनिक न्यायालय, प्रोक्यूरेटर, भारत में लोकपाल एवं विषय-सूची लोकायुक्त तथा भ्रष्टाचार को दूर करने वेफ उपाय, वेफ संस्थान समिति, वेफन्द्री जांच ब्यूरो एवं वेफन्द्री सतर्वफता आयोग, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

6. प्रशासनिक प्रणालियाँ

प्रशासनिक विशेषताएं, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, राजनीतिक कार्यपालिका, ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटिश राजकोष, अमेरिका स्टेट डिपार्टमेंट, स्वतंत्र अभिकरण, राजकोष विभाग, स्वतंत्र नियामकी आयोग, ब्रिटेन में स्थानी संरचना एवं जापान का संविधान, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

7. कार्मिक प्रशासन

कार्मिक प्रशासन की भूमिका एवं कार्य, भर्ती, अर्हताओं का निर्धारण, भारत में वर्तमान भर्ती पद्धति, पद-वर्गीकरण; भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, पदोन्नति एवं सिद्धांत, भारत में नौकरशाही, प्रशिक्षण के उद्देश्य एवं पद्धतियां, कार्मिक प्रशासन के तुलनात्मक अध्ययन; फ्रांस, अमेरिका, इंग्लैंड एवं भारत, भारत में प्रशिक्षण संस्थाएं, वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर।

खण्ड-2

8. वित्ती प्रशासन

वित्त और प्रशासन, बजट का महत्व, अवधारणा, विशेषताएं, कार्य, वर्गीकरण, सिद्धांत, बजट-विधायी नियंत्रण का एक उपकरण एवं बजट के आर्थिक तथा सामाजिक प्रभाव, बजट की प्रक्रिया, तैय

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