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Rajneeti Vigyan Ki Mool Dharna: S.S.C., Railway, Bank Aur Anya Pratiyogi Pareekshaon Ke Liye

by Chandra Deo Prasad
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Book cover type: Paperback
  • ISBN13: 9788126919598
  • Binding: Paperback
  • Subject: Politics and Current Affairs
  • Publisher: Atlantic Publishers & Distributors (P) Ltd
  • Publisher Imprint: Atlantic
  • Publication Date:
  • Pages: 448
  • Original Price: INR 450.0
  • Language: Hindi
  • Edition: N/A
  • Item Weight: 310 grams
  • BISAC Subject(s): General

राजनीति विज्ञान अंग्रेजी के 'पॉलिटिकल साइन्स' का हिन्दी अनुवाद है। 'पॉलिटिकल' शब्द यूनानी भाषा के 'पोलिस' शब्द से बना है, जिसका अर्थ नगर या राज्य होता है। राजनीति विज्ञान की परिभाषा को लेकर विद्वानों में मतभेद है। गार्नर, गेरिस और ब्लंशली के अनुसार राजनीति विज्ञान राज्य का अध्ययन करता है। सीले और लीकॉक ने कहा है कि राजनीति विज्ञान का संबंध सरकार से है। इन दोनों मतों का समन्वय कर, गेटेल, गिलक्राइस्ट, लॉस्की और पॉल जेनेट के अनुसार राजनीति विज्ञान राज्य और सरकार दोनों का अध्ययन करता है। कौटिल्य ने दण्डनीति या राजनीति को ही राजनीति विज्ञान की मुख्य विषयवस्तु माना है। प्रस्तुत पुस्तक राजनीति विज्ञान की मूल धारणा ऐसे पाठकों के लिए लिखी गयी है, जिन्होंने अपने कॉलेज स्तर पर राजनीति विज्ञान नहीं पढ़ा है और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में राजनीति विज्ञान के प्रश्नों का उत्तर देना चाहते हैं। विशेषतः कर्मचारी चयन आयोग, रेलवे, बैंक, और अन्य (SSC, Railway, Bank, etc.) प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह पुस्तक लिखी गयी है। पुस्तक की भाषा सरल, स्पष्ट और प्रवाहमय है। सभी अध्यायों का विवेचन सरल शब्दों में किया गया है। प्रत्येक अध्याय के अंत में हिन्दी और अंग्रेजी में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का समावेश किया गया है। शीर्षक और उप-शीर्षकों के कोष्टक में अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग किया गया है।

चन्द्रदेव प्रसाद (जन्म 17-1-1940 चतरा झारखंड) एम.ए. (राजनीति एवं इतिहास) एवं पीएच. डी., जैन कालेज, आरा, गया कालेज, गया, रांची कालेज, रांची तथा मगध विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर राजनीति विभाग के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे हैं। इनका अध्यापन काल 1963 से 2000 ई. तक रहा है। आप मगध विश्वविद्यालय में डीन ऑफ सोशल साइन्स के पद पर भी कार्यरत रहे हैं। आपके निर्देशन में 19, अध्यक्ष के रूप में 51 पीएच.डी., और 2 डी. लिट डिग्रियां शोध विद्वानों को प्रदान की गयी हैं। आपके अनेक शोध लेखों और ग्रन्थों का प्रकाशन हो चुका है। आपकी गहरी पैठ राजनीतिक सिद्धांत तथा विचारधारा में है। आपकी अमूल्य कृतियाँ निम्नांकित हैंः यूनानी राजनीतिक विचारक, भारतीय स्थानीय स्वशासन, कौटिल्य, प्लेटो, अरस्तू, हॉब्स, लॉक, रूसो, मिल, ग्रीन, नागरिक शास्त्र, राजनीति विज्ञान के सिद्धान्त, तुलनात्मक राजनीति, Political Ideas of Ram Manohar Lohia, A Short Bibliography of Lohia, भारतीय संविधान तथा महान राजनीतिक विचारक।

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